www.globaliti.org – ITI Electrician Theory 2nd Year Hindi PDF Summary
इस भाग में हमने आपके लिए ITI Electrician Theory 2nd Year PDF अपलोड किया है। इलेक्ट्रीशियन द्वितीय वर्ष स्टूडेंट्स के लिए इलेक्ट्रीशियन थ्योरी PDF विषय का कोर्स तैयार किया है, इस कोर्स को तैयार करते समय यह ध्यान में रखा गया है की आईटीआई की परीक्षा में कैसे प्रश्न पूछे जाते है, इस कोर्स को NCVT NSQF Level 5 के नवीनतम सिलेबस के अनुसार तैयार किया गया है इसमें वही चैप्टर शामिल किये गए है जो आईटीआई के सिलेबस में है। यहाँ से आप बड़ी आसानी से www.globaliti.org – ITI Electrician Theory PDF डाउनलोड कर सकते हैं।
इलेक्ट्रीशियन द्वितीय वर्ष अच्छी तैयारी के लिए सभी चैप्टर के थ्योरी की पढाई करने के बाद उस चैप्टर का टेस्ट देना चाहिए और टेस्ट की सुविधा इस वेबसाइट पर उपलब्द्ध है।
सिलेबस के मुख्य बिंदु -इलेक्ट्रीशियन द्वितीय वर्ष
- दिष्ट धारा जनरेटर- डी.सी. जनित्र का सिद्धान्त, डी.सी. जनित्र के भाग, फ्लेमिंग के दायें हाथ का नियम, डी.सी. जनित्र की कार्यप्रणाली, डी.सी. जनित्र के वि.वा.ब. का समीकरण, डी.सी. जनित्रों का वर्गीकरण, आर्मेचर प्रतिक्रिया, डी.सी. जनित्र के अनुप्रयोग, डी.सी. जनित्रों का समान्तर प्रचालन, डी.सी. जनित्रों में क्षतियाँ, डी.सी. जनित्र की दक्षता,डी.सी. जनित्रों के दोष, कारण एवं निवारण।
- डी सी मोटर- डी.सी. मोटर की संरचना, डी.सी. मोटर का सिद्धान्त, फ्लेमिंग का बाएं हाथ का नियम, डी.सी. मोटर की कार्यप्रणाली, डी.सी. मोटर में बैक ई. एम. एफ टॉर्क, फ्लक्स एवं आर्मेचर धारा के मध्य सम्बन्ध, डी.सी. मोटर के प्रकार, डी.सी. मोटर में प्रयुक्त स्टार्टर, डी.सी. मोटर्स का गति नियंत्रण, डी.सी. मोटर्स में क्षतियाँ, डी.सी. मोटर की दक्षता, डी.सी. मोटर के दोष, कारण एवं निवारण।
- थ्री फेज इंडक्शन मोटर- डी.सी. एवं ए.सी. मोटर में अंतर, ए.सी. मोटर का वर्गीकरण, थ्री फेज प्रेरण मोटर का कार्य सिद्धान्त,थ्री फेज प्रेरण मोटर के प्रकार, स्लिप-टॉर्क अभिलक्षण, प्रेरण मोटर में स्टार्टर की आवश्यकता, गति नियंत्रण की विभिन्न विधियाँ, प्रेरण मोटर का परीक्षण, ब्रेकिंग प्रणाली, क्षतियाँ, मोटर की दक्षता।
-
ए.सी. एवं डी.सी. वाइण्डिंग- आर्मेचर वाइंडिंग, वाइण्डिंग सामग्री, डी.सी. आर्मेचर वाइण्डिंग शब्दावली, डी.सी. आर्मेचर वाइंडिंग के प्रकार, विकसित डीसी. वाइण्डिंग आरेख, आर्मेचर वाइंडिंग दोष, सिंगल-फेज मोटर वाइंडिंग, ए.सी. वाइण्डिंग संबंधी पद, ए.सी. वाइण्डिंग के कुछ सामान्य प्रकार, विभिन्न प्रकार की ए.सी. वाइंडिंग।
- सिंगल फेज इंडक्शन मोटर- एकल-फेज प्रेरण मोटर्स और रनिंग की विभिन्न विधियाँ, 1-फेज प्रेरण मोटर का कार्य सिद्धान्त, विविध सिंगल-फेज ए.सी. मोटर्स के स्टार्टिंग, यूनिवर्सल मोटर, रिलेशन मोटर, एकल-फेज स्लिप-रिंग प्रेरण मोटर, स्टेपर मोटर, एकल फेज तुल्यकालिक मोटर, घूर्णन गति के आधार पर ए.सी. मोटर्स विभिन्न सिंगल फेज एसी. मोटर के घरेलू एवं औद्योगिक अनुप्रयोग।
- अल्टरनेटर- अल्टरनेटर का सिद्धान्त, अल्टरनेटर की कार्य प्रणाली, अल्टरनेटर की संरचना, अल्टरनेटर का वर्गीकरण, अल्टरनेटर संबंधी मुख्य पद, अल्टरनेटर का तुल्यकालन करण, अल्टरनेटर पर क्षेत्र उत्तेजन परिवर्तन का प्रभाव, औद्योगिक लोड के शक्ति गुणक सुधार का प्रभाव, आल्टरनेटर के अभिलक्षण।
- तुल्यकालिक मोटर या सिंक्रोनस मोटर – सिंक्रोनस मोटर पर लोड का प्रभाव, सिंक्रोनस मोटर का V’ एवं एंटी ‘V’ वक्र, सिंक्रोनस मोटर में निम्न शक्ति गुणक के, सिंक्रोनस मोटर की संरचना, सिंक्रोनस मोटर का कार्य सिद्धान्त,सिंक्रोनस मोटर पर उत्तेजन के परिवर्तन का प्रभाव, शक्ति गुणक सुधारने की विधि, तुल्यकालिक मोटर के प्रकार, तुल्यकालिक मोटर को चालू करने की विधियाँ, तुल्यकालिक तथा प्रेरण मोटर की तुलना।
- कन्वर्टर- रोटरी कन्वर्टर, मोटर जनित्र सैट, मैटल रेक्टिफायर।
- बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स- रेक्टिफायर, वैद्युतिक अवयव, वैद्युतिक पदार्थों का वर्गीकरण, अर्द्धचालकों की परमाणु संरचना, अर्धचालक के प्रकार, p-n जंक्शन डायोड, डायोड की विशिष्टियाँ, हीट सिंक।
- ट्रांजिस्टर एवं एम्पलीफायर- एम्पलीफायर और एम्प्लीफायर्स का वर्गीकरण, ट्रांजिस्टर का वर्गीकरण, ट्रांजिस्टर टर्मिनल, ट्रांजिस्टर की संरचना, ट्रांजिस्टर के प्रचालन का सिद्धान्त, ट्रांजिस्टर के अनुप्रयोग, ट्रांजिस्टर बायसिंग, ट्रांजिस्टर पैकेजिंग।
- पावर इलेक्ट्रॉनिक्स युक्तियाँ और रेगुलेटर- यूनि जंक्शन ट्रांजिस्टर, पावर इलेक्ट्रॉनिक युक्तियों की मूलभूत संकल्पना, फील्ड इफैक्ट ट्रांजिस्टर, मैटल ऑक्साइड सेमीकंडक्टर फील्ड इफैक्ट ट्रांजिस्टर,पावर MOSFET, डायक, ट्रायक, इन्टीग्रेटेड सर्किट्स, वोल्टेज रेगुलेटर।
- डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स- लॉजिक गेट, संख्या प्रणाली, संख्या प्रणाली रूपान्तरण, लॉजिक गेट्स का सारणीबद्ध प्रदर्शन।
-
ऑसिलोस्कोप एवं मल्टीवाइब्रेटर्स- ऑसिलोस्कोप का कार्य सिद्धान्त, ज्यावक्रीय दोलित्र, अज्यावक्रीय दोलित्र, दोलित्र के अनुप्रयोग।
-
कण्ट्रोल पैनल एवं सहायक सामग्री- मशीन कंट्रोल पैनल, कण्ट्रोल कैबिनेट का ले-आउट आरेख, पावर एवं कण्ट्रोल परिपथविविध कण्ट्रोल अवयव, कण्ट्रोल पैनल में प्रयुक्त वायरिंग सामग्री।
-
वैद्युतिक मशीनों का गति नियंत्रण- ए.सी. ड्राइव, वोल्टेज स्टेबलाइजर, डी.सी. ड्राइव, स्विच मोड शक्ति आपूर्ति इकाई, इन्वर्टर, इमरजेन्सी लाइट, बैटरी चार्जर, मशीन ब्रेकडाउन, डी.सी. और ए सी मशीनों का अनुरक्षण।
-
विद्युत शक्ति उत्पादन- ऊर्जा के स्रोत, विद्युत शक्ति उत्पादन की विधियाँ।
-
अपरम्परागत ऊर्जा स्रोत- सौर ऊर्जा स्रोत, बायोगैस ऊर्जा स्रोत, पवन ऊर्जा स्रोत, माइक्रो हाइडल ऊर्जा स्रोत,ज्वारीय तरंग ऊर्जा स्रोत।
- वैद्युतिक शक्ति पारेषण- विद्युत आपूर्ति प्रणाली, ए.सी. एवं डी.सी. पारेषण की तुलना, उच्च वोल्टता पारेषण, कोरोना, एल्युमीनियम चालकों को जोड़ने की विधि, विद्युत वितरण लाइन,विद्युत शक्ति लाइन के प्रकार।
- विद्युत शक्ति वितरण- विद्युत उपकेन्द्र, विद्युत वितरण प्रणाली का वर्गीकरण, विद्युत शक्ति प्रणाली सम्बन्धी सावधानियाँ, विद्युत वितरण प्रणाली, शक्ति प्रणाली में दोष,विद्युत वितरण प्रणाली में प्रयुक्त सहायक युक्तियाँ,आर्क की परिभाष।
प्रमाण पत्र
आईटीआई की परीक्षा में (Electrician Theory 2nd Year) इलेक्ट्रीशियन थ्योरी का पेपर 100 मार्क्स का होता है, इस पेपर में 50 प्रश्न पूछे जाते है और सभी प्रश्न 2 मार्क्स के होते है और इस पेपर को पास करने के लिए 33 मार्क्स लाना अनिवार्य है।
नोट- इलेक्ट्रीशियन द्वितीय वर्ष में नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है।
अध्यन के परिणाम
- इलेक्ट्रीशियन द्वितीय वर्ष Electrician Theory 2nd Year PDF के सभी चैप्टर के ऑनलाइन टेस्ट देने के बाद स्टूडेंट्स को परीक्षा पैटर्न समझाने में आसानी होगी।
- स्टूडेंट्स का आत्मविश्वास बढेगा।
- Electrician Theory 2nd Year के स्टूडेंट्स अCपने लेवल को चेक करके सुधार कर सकते है।
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के आप www.globaliti.org – ITI Electrician Theory 2nd Year PDF / ITI Electrician Theory PDF डाउनलोड कर सकते हैं।