कुबेर आरती | Kuber Aarti Hindi - Description
नमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप कुबेर आरती PDF / Kuber Aarti PDF in Hindi प्राप्त कर सकते हैं । श्री कुबेर आरती भगवान कुबेर को समर्पित एक लाभकारी आरती है । इस आरती का प्रतिदिन गायन करने से व्यक्ति घर में हमेशा धनवर्षा रहती है । कुबेर को धन – धान्य का दाता माना जाता है । इसका पाठ करने से पूर्व आप कुबेर चालीसा का भी पाठ कर सकते हैं ।
यदि आप प्रतिदिन कुबेर आरती का गायन नही कर सकते तो शुक्रवार के दिन इसका पाठ अवश्य करें । श्री कुबेर आरती के प्रभाव से व्यक्ति को ऋण से मुक्ति मिलती है । जिन व्यक्तियों के घर में आर्थिक समस्याएँ बहुत अधिक मात्रा में उत्पन्न होती हैं, उन्हें इस आरती का प्रयोग अवश्य करना चाहिए ।
कुबेर आरती PDF / Kuber Aarti PDF in Hindi
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे,स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे।
शरण पड़े भगतों के,भण्डार कुबेर भरे॥
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े,स्वामी भक्त कुबेर बड़े।
दैत्य दानव मानव से,कई-कई युद्ध लड़े॥
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
स्वर्ण सिंहासन बैठे,सिर पर छत्र फिरे, स्वामी सिर पर छत्र फिरे।
योगिनी मंगल गावैं,सब जय जय कार करैं॥
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
गदा त्रिशूल हाथ में,शस्त्र बहुत धरे, स्वामी शस्त्र बहुत धरे।
दुख भय संकट मोचन,धनुष टंकार करें॥
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
भांति भांति के व्यंजन बहुत बने,स्वामी व्यंजन बहुत बने।
मोहन भोग लगावैं,साथ में उड़द चने॥
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
बल बुद्धि विद्या दाता,हम तेरी शरण पड़े, स्वामी हम तेरी शरण पड़े
अपने भक्त जनों के,सारे काम संवारे॥
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
मुकुट मणी की शोभा,मोतियन हार गले, स्वामी मोतियन हार गले।
अगर कपूर की बाती,घी की जोत जले॥
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
यक्ष कुबेर जी की आरती,जो कोई नर गावे, स्वामी जो कोई नर गावे।
कहत प्रेमपाल स्वामी,मनवांछित फल पावे॥
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥
श्री कुबेर पूजन मंत्र PDF / Kuber Mantra PDF in Hindi
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये
धन-धान्यं स्मृद्धि देहि दापय दापय स्वाहा।
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