परशुराम जी की आरती | Parshuram Aarti Hindi - Description
Dear readers, here we are providing परशुराम जी की आरती / Parshuram Aarti PDF to all of you. Lord Parshurama is the 6th incarnation among the Dashavatara of Lord Vishnu in Hinduism. Lord Vishnu is one of the “Trimurti” that is described in the Vedic scriptures.
“Trimurti” consists of Lord Brahma, Lord Vishnu, and Lord Mahesh who regulate operate, and manage the life of all living beings in the universe. If you want to seek the special blessings of the Lord Parshuram then you should perform the Parshuram Aarti during your daily Pujan.
परशुराम भगवान की आरती / Parshuram Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi
शौर्य तेज बल-बुद्घि धाम की॥
रेणुकासुत जमदग्नि के नंदन।
कौशलेश पूजित भृगु चंदन॥
अज अनंत प्रभु पूर्णकाम की।
आरती कीजे श्री परशुराम की ॥1॥
नारायण अवतार सुहावन।
प्रगट भए महि भार उतारन॥
क्रोध कुंज भव भय विराम की।
आरती कीजे श्री परशुराम की ॥2॥
परशु चाप शर कर में राजे।
ब्रम्हसूत्र गल माल विराजे॥
मंगलमय शुभ छबि ललाम की।
आरती कीजे श्री परशुराम की ॥3॥
जननी प्रिय पितु आज्ञाकारी।
दुष्ट दलन संतन हितकारी॥
ज्ञान पुंज जग कृत प्रणाम की।
आरती कीजे श्री परशुराम की ॥4॥
परशुराम वल्लभ यश गावे।
श्रद्घायुत प्रभु पद शिर नावे॥
छहहिं चरण रति अष्ट याम की।
आरती कीजे श्री परशुराम की ॥5॥
श्री परशुराम जी की दूसरी आरती / Shri Parshuram Second Aarti Lyrics PDF
ओउम जय परशुधारी, स्वामी जय परशुधारी।
सुर नर मुनिजन सेवत, श्रीपति अवतारी।। ओउम जय।।
जमदग्नी सुत नरसिंह, मां रेणुका जाया।
मार्तण्ड भृगु वंशज, त्रिभुवन यश छाया।। ओउम जय।।
कांधे सूत्र जनेऊ, गल रुद्राक्ष माला।
चरण खड़ाऊँ शोभे, तिलक त्रिपुण्ड भाला।। ओउम जय।।
ताम्र श्याम घन केशा, शीश जटा बांधी।
सुजन हेतु ऋतु मधुमय, दुष्ट दलन आंधी।। ओउम जय।।
मुख रवि तेज विराजत, रक्त वर्ण नैना।
दीन-हीन गो विप्रन, रक्षक दिन रैना।। ओउम जय।।
कर शोभित बर परशु, निगमागम ज्ञाता।
कंध चार-शर वैष्णव, ब्राह्मण कुल त्राता।। ओउम जय।।
माता पिता तुम स्वामी, मीत सखा मेरे।
मेरी बिरत संभारो, द्वार पड़ा मैं तेरे।। ओउम जय।।
अजर-अमर श्री परशुराम की, आरती जो गावे।
पूर्णेन्दु शिव साखि, सुख सम्पति पावे।। ओउम जय।।
You may also like:
श्री परशुराम कवच
श्री परशुराम मंत्र
परशुराम चालीसा
राम रक्षा स्तोत्र
श्री राम जन्म स्तुति
श्री रामाष्टकम्
राम-लक्ष्मण परशुराम संवाद तुलसीदास प्रश्न उत्तर
You can download Parshuram Chalisa PDF by clicking on the following download button.