नारायण सूक्त | Narayana Suktam Sanskrit PDF Summary
प्रिय पाठकों, इस लेख के द्वारा आप नारायण सूक्त PDF प्राप्त कर सकते हैं। नारायण सूक्त भगवान् श्री हरी विष्णु नारायण को समर्पित एक दिव्या सूक्त है जिसके माध्यम से आप सरलता से विष्णु जी को प्रसन्न कर सकते हैं। विष्णु भगवान् की आराधना से व्यक्ति के जीवन में धन – धान्य की प्रचुरता रहती है। विष्णु जी सम्पूर्ण जगत के पालनकर्ता हैं। अतः उनकी आराधना से व्यक्ति सभी प्रकार की सुख – सुविधाओं को प्राप्त करता है।
हमने अपने सभी प्यारे पाठकों के लिए इस लेख के अंत में श्री नारायण सूक्त PDF का लिंक दिया हुआ है। आप उस लिंक के माध्यम से सरलता से इस पीडीऍफ़ फाइल को प्राप्त कर सकते हैं। बहुत से भक्तगण नारायण सूक्त अर्थ सहित पाठ करते हैं। यह पूर्णतः आप पर निर्भर है कि आप इसका पाठ कैसे करना चाहते हैं।
नारायण सूक्त PDF का पाठ / Narayana Suktam Lyrics in Sanskrit PDF
सहस्र शीर्षं देवं विश्वाक्षं विश्वशंभुवम् ।
विश्वै नारायणं देवं अक्षरं परमं पदम् ॥
विश्वतः परमान्नित्यं विश्वं नारायणं हरिम् ।
विश्वं एव इदं पुरुषः तद्विश्वं उपजीवति ॥
पतिं विश्वस्य आत्मा ईश्वरं शाश्वतं शिवमच्युतम् ।
नारायणं महाज्ञेयं विश्वात्मानं परायणम् ॥
नारायण परो ज्योतिरात्मा नारायणः परः ।
नारायण परं ब्रह्म तत्त्वं नारायणः परः ।
नारायण परो ध्याता ध्यानं नारायणः परः ॥
यच्च किंचित् जगत् सर्वं दृश्यते श्रूयतेऽपि वा ।
अंतर्बहिश्च तत्सर्वं व्याप्य नारायणः स्थितः ॥
अनन्तं अव्ययं कविं समुद्रेन्तं विश्वशंभुवम् ।
पद्म कोश प्रतीकाशं हृदयं च अपि अधोमुखम् ॥
अधो निष्ठ्या वितस्त्यान्ते नाभ्याम् उपरि तिष्ठति ।
ज्वालामालाकुलं भाती विश्वस्यायतनं महत् ॥
सन्ततं शिलाभिस्तु लम्बत्या कोशसन्निभम् ।
तस्यान्ते सुषिरं सूक्ष्मं तस्मिन् सर्वं प्रतिष्ठितम् ॥
तस्य मध्ये महानग्निः विश्वार्चिः विश्वतो मुखः ।
सोऽग्रविभजंतिष्ठन् आहारं अजरः कविः ॥
तिर्यगूर्ध्वमधश्शायी रश्मयः तस्य सन्तता ।
सन्तापयति स्वं देहमापादतलमास्तकः ।
तस्य मध्ये वह्निशिखा अणीयोर्ध्वा व्यवस्थिताः ॥
नीलतोयद-मध्यस्थ-द्विद्युल्लेखेव भास्वरा ।
नीवारशूकवत्तन्वी पीता भास्वत्यणूपमा ॥
तस्याः शिखाया मध्ये परमात्मा व्यवस्थितः ।
स ब्रह्म स शिवः स हरिः स इन्द्रः सोऽक्षरः परमः स्वराट् ॥
ऋतं सत्यं परं ब्रह्म पुरुषं कृष्ण पिङ्गलम् ।
ऊर्ध्वरेतं विरूपाक्षं विश्वरूपाय वै नमो नमः ॥
ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि ।
तन्नो विष्णुः प्रचोदयात् ॥
ॐ शांति शांति शांतिः ॥
नारायण सूक्त के लाभ / Narayana Suktam Benefits in Hindi
- श्री नारायण सूक्त का पाठ व्यक्ति को मानसिक शांति प्रदान करता है।
- इस स्तोत्र के पाठ घर में धन – धान्य किए प्रचुरता होती है।
- भगवान् श्री हरी नारायण को प्रसन्न करने हेतु यह सूक्त सर्वाधिक सुलभ मार्ग है।
- इस स्तोत्र के पाठ से कुंडली में बृहस्पति ग्रह किए स्थिति प्रबल होती है।
- नारायण सूक्त का पाठ नियमित करने से घर में मांगलिक आयोजन होते हैं।
You may also like :
- गणेश सूक्त | Ganesha Suktam PDF in Hindi
- पितृ सूक्त पाठ | Pitru Suktam PDF in Hindi
- पुरुष सूक्त | Purusha Suktam PDF in Sanskrit
- Sri Suktam Lyrics PDF in Sanskrit
- श्री सूक्त 16 मंत्र | Sri Suktam 16 Mantra PDF in Hindi
- श्री सूक्त पाठ | Sri Suktam PDF in Hindi
- श्री नारायण कवच | Narayan Kavach PDF in Sanskrit
श्री नारायण सूक्त PDF प्राप्त करने हेतु नीचे दिए हुए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें।
You can download Narayana Suktam PDF Hindi by clicking on the following download button.