महात्मा गांधी की जीवनी | Mahatma Gandhi Ki Jivani Hindi PDF Summary
नमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप महात्मा गांधी की जीवनी PDF / Mahatma Gandhi ki Jivani कर सकते हैं। महात्मा गाँधी के जीवन के बारे में कौन नहीं जानता ? वह एक ऐसे व्यक्ति थे जिनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर अनेक लोगों ने अपने जीवन को परिवर्तित किया है। आज भी विभिन्न अवसरों पर महात्मा गांधी की जीवनी पर निबंध लिखा जाता है। गांधीजी द्वारा चलाया गया नमक सत्याग्रह उनके ‘अहिंसात्मक विरोध ‘ के सिद्धांत पर आधारित था। इसका शाब्दिक अर्थ हैं – सत्य का आग्रह : सत्याग्रह. कांग्रेस ने भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए सत्याग्रह को अपना हथियार बनाया और इसके लिए गांधीजी को प्रमुख नियुक्त किया।
इस तरह गांधीजी द्वारा उनके जीवनकाल में चलाये गये सभी आंदोलनों ने हमारे देश की आज़ादी के लिए अपना सहयोग दिया और अपना बहुत गहरा प्रभाव छोड़ा। हमने आप सभी के लिए इस लेख के अंत में महात्मा गांधी की जीवनी pdf का डाउनलोड लिंक दिया हुआ है, जिसके माध्यम से आप महात्मा गाँधी की जीवनी हिंदी में अपढ़ सकते हैं तथा उनके बारे में और भी अधिक जान सकते हैं।
महात्मा गांधी की जीवनी PDF | Mahatma Gandhi Ki Jivani in Hindi PDF
‘सत्य के प्रयोग’ महात्मा गांधी द्वारा लिखी वह पुस्तक है, जिसे उनकी आत्मकथा का दर्जा हासिल है. बापू ने यह पुस्तक मूल रूप से गुजराती में लिखी थी। हिंदी में इसके अनुवाद कई लोगों ने किए। यह किताब दुनिया की सर्वाधिक पढ़ी जाने वाली किताबों में से एक है। मोहनदास करमचंद गांधी ने ‘सत्य के प्रयोग’ अथवा ‘आत्मकथा’ का लेखन बीसवीं शताब्दी में सत्य, अहिंसा और ईश्वर का मर्म समझने-समझाने के विचार से किया था।
गांधी जी ने 29 नवंबर, 1925 को इस किताब को लिखना शुरू किया था और 3 फरवरी, 1929 को यह किताब पूरी हुई थी। गांधी-अध्ययन को समझने में ‘सत्य के प्रयोग’ को एक प्रमुख दस्तावेज का दर्जा हासिल है, जिसे स्वयं गांधी जी ने कलमबद्ध किया था। पर यह कितनों को पता है कि पांच भागों में बंटी इस किताब के चौथे भाग के 18वें अध्याय में खुद गांधी जी ने उस किताब का जिक्र किया है, जिसने उन्हें गहरे तक प्रभावित किया।
Mahatma Gandhi Autobiography PDF in Hindi
‘Experiments of Truth or Autobiography’) is the autobiography of Mahatma Gandhi, covering his life from early childhood through to 1921. It was written in weekly installments and published in his journal Navjivan from 1925 to 1929. It is one of the most-read books around the globe. You should also read this book to know more about Gandhi Ji.
गाँधी जी के आंदोलनों की विशेषता
महात्मा गांधी ने जितने भी आंदोलन किये, उन सभी में कुछ बातें एक समान विशेषताएं थीं, जो की निम्नलिखित हैं –
- गाँधी जी के सभी आंदोलन हमेशा शांतिपूर्ण थे।
- आंदोलन के समय किसी भी प्रकार की हिंसात्मक गतिविधि होने पर गांधीजी द्वारा वह आंदोलन रद्द कर दिया जाता था। भारत को स्वतंत्र होने में देरी का यह भी एक कारण था।
- गाँधी जी के आंदोलन हमेशा सत्य और अहिंसा की नींव पर किये जाते थे।
महात्मा गांधी के आध्यात्मिक गुरु कौन थे?
राजचंद्र जी महात्मा गांधी के आध्यात्मिक गुरु थे। उनके जीवन में गुरु जी का बहुत अहम् योगदान थे और गाँधी जी अपने गुरु जी अत्यधिक प्रभावित थे।
महात्मा गांधी के कितने बच्चे थे?
महात्मा गांधी जी के चार पुत्र थे जिनके नाम हरीलाल गांधी, रामदास गांधी, देवदास गांधी तथा मनीलाल गांधी थे।
गांधी जी के पुत्र को क्या असंतोष था?
मार्च 1910 के आखिरी महीनों में गांधीजी और हरिलाल के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए थे। गांधीजी चाहते थे कि हरिलाल दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह में हिस्सा लें और जेल जाए जबकि हरिलाल अपनी पत्नी चंची और बेटी के साथ भारत लौटना चाहते थे। गांधीजी ने इसकी इजाजत नहीं दी और कहा,’हम गरीब है और इस तरह से पैसे खर्च नहीं कर सकते।
गांधी जी के पिता की कितनी पत्नियां थी?
महात्मा गांधी के कितने भाई थे?
गाँधी जी के दो भाई थे जिनके नाम करसनदास गांधी तथा लक्ष्मीदास करमचंद गांधी थे।
गांधी के कितने भाई बहन थे?
गाँधी जी के पांच भाई बहन थे जिनके नाम लक्ष्मीदास करमचंद गांधी, रलियत बेन, पानकुंवर बेन गाँधी, करसनदास गांधी तथा मूलीबेन गाँधी थे।
महात्मा गांधी की मृत्यु कब हुई थी?
गाँधी जी की मृत्यु 30 जनवरी 1948 को हुई थी।
गांधी जी की उम्र कितनी थी?
मृत्यु के समय गाँधी जी 78 वर्ष के थे।
गांधी जी की शादी कितने वर्ष में हुई थी?
गाँधी जी की शादी 13 साल की उम्र में हुई थी महात्मा गांधी से शादी, ‘कस्तूर’ से बन गई कस्तूर-बा 13 साल की उम्र में ही कस्तूरबा की शादी महात्मा गांधी से करा दी गई।
गांधीजी की कुछ अन्य रोचक बातें / Interesting Facts About Gandhi Ji
- 2 अक्टूबर को गांधी जी जन्मदिवस पर समस्त भारत में गांधी जयंती मनाई जाती है।
- गांधीजी ने देश – विदेश में कुछ आश्रमों की भी स्थापना की, जिनमें टॉलस्टॉय आश्रम और भारत का साबरमती आश्रम बहुत प्रसिद्द हुआ।
- गांधीजी ने स्वदेशी आंदोलन भी चलाया था, जिसमें उन्होंने सभी लोगो से विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करने की मांग की और फिर स्वदेशी कपड़ों आदि के लिए स्वयं चरखा चलाया और कपड़ा भी बनाया।
- गांधीजी की मृत्यु पर एक अंग्रेजी ऑफिसर ने कहा था कि “जिस गांधी को हमने इतने वर्षों तक कुछ नहीं होने दिया, ताकि भारत में हमारे खिलाफ जो माहौल हैं, वो और न बिगड़ जाये, उस गांधी को स्वतंत्र भारत एक वर्ष भी जीवित नहीं रख सका”
- गांधीजी ने जीवन पर्यन्त हिन्दू मुस्लिम एकता के लिए प्रयास किया।
- गांधीजी आत्मिक शुद्धि के लिए बड़े ही कठिन उपवास भी किया करते थे।
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