श्री बगलामुखी माता की आरती | Maa Baglamukhi Aarti Hindi - Description
माँ बगलामुखी प्रमुख देवियों में से एक हैं जिनका हिन्दू धर्म में अत्यधिक मान – सम्मान होता है। माँ बगलामुखी की साधना मुख्यतः तन्त्र – मन्त्र के मार्ग पर चलने वाले साधक करते हैं। इनको युद्ध की देवी भी कहा जाता है।
बगला शब्द संस्कृत भाषा के वल्गा का अपभ्रंश है, जिसका अर्थ होता है दुल्हन। कुब्जिका तन्त्र के अनुसार, बगला नाम तीन अक्षरों से निर्मित है व, ग, ला; ‘व’ अक्षर वारुणी, ‘ग’ अक्षर सिद्धिदा तथा ‘ला’ अक्षर पृथ्वी को संबोधित करता है। अत: माँ के अलौकिक सौंदर्य और स्तंभन शक्ति के कारण ही इन्हें यह नाम प्राप्त है। हमने यहाँ श्री बगलामुखी माता की आरती की पीडीऍफ़ हिंदी भाषा उपलब्ध करा रहे हैं, जिसे आ निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं।
बगलामुखी माता की आरती लिरिक्स | Maa Baglamukhi Aarti Lyrics :
॥ श्री बगलामुखी माता जी की आरती ॥
जय जय श्री बगलामुखी माता,आरति करहुँ तुम्हारी। x2
पीत वसन तन पर तव सोहै,कुण्डल की छबि न्यारी॥
कर-कमलों में मुद्गर धारै,अस्तुति करहिं सकल नर-नारी॥
जय जय श्री बगलामुखी माता…।
चम्पक माल गले लहरावे,सुर नर मुनि जय जयति उचारी॥
त्रिविध ताप मिटि जात सकल सब,भक्ति सदा तव है सुखकारी॥
जय जय श्री बगलामुखी माता…।
पालत हरत सृजत तुम जग को,सब जीवन की हो रखवारी॥
मोह निशा में भ्रमत सकल जन,करहु हृदय महँ, तुम उजियारी॥
जय जय श्री बगलामुखी माता…।
तिमिर नशावहु ज्ञान बढ़ावहु,अम्बे तुमही हो असुरारी॥
सन्तन को सुख देत सदा ही,सब जन की तुम प्राण पियारी॥
जय जय श्री बगलामुखी माता…।
तव चरणन जो ध्यान लगावै,ताको हो सब भव-भयहारी॥
प्रेम सहित जो करहिं आरती,ते नर मोक्षधाम अधिकारी॥
जय जय श्री बगलामुखी माता…।
॥ दोहा ॥
बगलामुखी की आरती,पढ़ै सुनै जो कोय।
विनती कुलपति मिश्र की,सुख-सम्पति सब होय॥
श्री बगलामुखी माता की आरतीहिंदी पीडीऍफ़ Maa Baglamukhi Aarti PDF Hindi डाउनलोड करने के लिए आप नीचे दिए हुए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें।