खुदा की वापसी कहानी की समीक्षा Hindi PDF Summary
नमस्कार दोस्तों, इस लेख के माध्यम से हम आपको खुदा की वापसी कहानी की समीक्षा PDF के लिए डाउनलोड लिंक दे रहे हैं। नासिरा शर्मा के संग्रह ‘खुदा की वापसी’ में संग्रहित कहानियों में स्त्रीवर्ग के शोषित युवा मन की कराहटें हैं, जो शिक्षित अशिक्षित स्त्री ही है। जिसका मन संभावनाओं से भरा है। उमंगें हैं। वह जिन्दगी को जिन्दगी की तरह जीना चाहती है। खुले आकाश में पंख लगा कर उड़ना चाहती है। परन्तु पुरानी पीढ़ी की टकराहट और अनेक समस्यायें, उसके संस्कार, धर्म, समाज उसे बार-बार मथ देते हैं। इस पोस्ट में दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप Khuda Ki Vapasee Kahaanee Ki Sameeksha PDF in Hindi बड़ी आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
उसकी परेशानी निरंतर बढ़ती जाती है। उसके सारे खूबसूरत सपने रेत की चट्टान की तरह बिखर जाते हैं। तब कितने ही अनसुलझे वैचारिक सवाल उथल-पुथल मचाने लगते हैं। वे पुरुष निर्मित सामाजिक ढांचे के बीच, निहत्थी खड़ी स्त्री की चेतना और उसके वर्चस्व पर लटकती स्वार्थ पूर्ण धार्मिक परिभाषाओं की पैनी तलवार के रूप में नजर आते हैं।
खुदा की वापसी कहानी की समीक्षा PDF
संग्रह की संग्रहित कहानियां स्त्री के जन्म से मृत्यु तक, लड़की होने के अभिशाप के रूप में, पग-पग पर शरियत के नाम पर बताई जाने वाली पाबंदियों के बीच, स्त्रियों को कुंठित जीवन जीने को विवश करने की सामाजिक मंशा को भी उद्घाटित करने से नहीं चूकती हैं। लेखिका के अन्तःकरण में पनपी स्त्री वेदना के ये सवाल धार्मिक कठमुल्लओं, पुरुष समाज को तो कटघरे में लाते ही हैं, साथ ही, आदिम जाति में स्त्रियों के उस बड़े वर्ग समूह को भी घेरे में लेती हैं जो अशिक्षित या शिक्षित होने के वावजूद भी धार्मिक अज्ञानताओं के कारण, धार्मिक कानूनी बेडि़यों में जकड़ी स्त्री विरोधी मानसिकता के साथ जी तो रही ही है साथ ही ‘‘स्त्रियों की यही नीयति है’’ को मनवाने पर भी अड़ी है।
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