Hindenburg Research Adani Hindi - Description
नमस्कार मित्रों, आज इस लेख के माध्यम से हम आप सभी के लिए Hindenburg Research Adani PDF Hindi भाषा में प्रदान करने जा रहे हैं। जैसा कि आप सभी जानते होंगे गौतम अदाणी एक अत्यंत ही प्रसिद्ध भारतीय उद्यमी और स्वयं निर्मित अरबपति है जो कि अदानी समूह के अध्यक्ष हैं। इनका का जन्म 24 जून 1962 को एक गुजराती जैन परिवार में अहमदाबाद के रतनपोल में हुआ था।
गौतम अदाणी प्रथम पीढ़ी के एक ऐसे उद्यमी हैं जिन्हें व्यापार-परिवहन एवं परिवहन सम्बंधी बुनियादी ढांचे के विकास के लिए विश्व भर के 100 सबसे प्रभावशाली व्यवसायियों में से एक गिना जाता है। इस वर्ष 2023 का पहला महीना गौतम अडानी के लिए अत्यंत ही दुखद सिद्ध हुआ है। क्योंकि इस वर्ष के पहले महीने में ही अमेरिकी फर्म की एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट, अडानी ग्रुप के लिए अत्यंत ही नुकसानदायक साबित हुई है।
कई रिपोर्ट के माध्यम से यह बताया जा रहा है कि अमेरिकी फर्म की इस रिपोर्ट के बाद गौतम शांतिलाल अडानी की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई जिससे कि गौतम अडानी को करीब 50 हजार करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ गया। इसीलिए यदि आप इस विषय पर सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख के द्वारा दी गयी hindenburg (reasearch) report on adani in hindi pdf प्रारूप में डाउनलोड कर सकते हैं।
Hindenburg Research Adani in Hindi PDF
अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट नहीं थम रही है। बुधवार (25 जनवरी) से भी बड़ी गिरावट शुक्रवार (26 जनवरी) को देखने को मिल रही है। अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में बेचने की होड़ मच गई है। अडानी ग्रुप के शेयरों में बिकवाली से शेयर बाजार में भी दबाव हावी होता जा रहा है।
26 जनवरी से बाजार खुलते ही अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 16 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। शेयर लुढ़क कर 52 वीक लो 1564 रुपये तक पहुंच गया। वहीं, अडानी टोटल गैस में 16 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है।
हिंडनबर्ग अनुसंधान क्या है?
- इस बीच हिंडनबर्ग रिसर्च का भी इतिहास सामने आया है। हिंडनबर्ग का कॉर्पोरेट गलत कामों को खोजने और कंपनियों के खिलाफ दांव लगाने का ट्रैक-रिकॉर्ड है।
- हिंडनबर्ग रिसर्च एक फोरेंसिक वित्तीय शोध फर्म है, जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव का विश्लेषण करती है। इसकी स्थापना साल 2017 में नाथन एंडरसन ने की है।
फर्म ने दागे हैं 88 सवाल
हिंडनबर्ग रिसर्च की लेटेस्ट रिपोर्ट में अडानी ग्रुप से 88 सवाल किए गए हैं। इसी रिपोर्ट से भारतीय निवेशकों का सेटीमेंट बदल गया। हालांकि अडानी ग्रुप की ओर से भी अमेरिकी रिसर्च फर्म Hindenburg को तगड़ा जवाब दिया गया है।
रिपोर्ट को अडानी समूह ने बकवास करार दिया है. अडानी ग्रुप ने इस पूरी रिपोर्ट को खारिज किया है और इसे दुर्भावना से ग्रसित बताया है।अडानी समूह के CFO जुगेशिंदर सिंह ने कहा, ‘हम हैरान हैं कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने हमसे संपर्क करने या तथ्यात्मक मैट्रिक्स को सत्यापित करने का कोई प्रयास किए बिना 24 जनवरी 2023 को एक रिपोर्ट प्रकाशित की है।
रिपोर्ट चुनिंदा गलत सूचनाओं और बासी, निराधार और बदनाम आरोपों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन है जिसे भारत के उच्चतम न्यायालयों द्वारा परीक्षण और खारिज कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त अडानी ग्रुप अमेरिकी फर्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर भी विचार कर रहा है।
अडानी के 7 शेयरों में भारी गिरावट
- वहीं आज से adani enterprises का FPO ओपन हो गया है। लेकिन इससे पहले शेयर 6 फीसदी से ज्यादा गिरकर FPO प्राइस के करीब पहुंच गया। वहीं, अडानी पावर, अडानी विल्मर में तो 5-5 फीसदी का लोअर सर्किट लग गया है। जबकि अडानी पोर्ट में करीब 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
- दरअसल, इससे पहले बुधवार को फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म Hindenburg की रिपोर्ट की वजह से गौतम अडानी को 50 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, और आज उससे भी बड़ा नुकसान की आशंका है।
- दरअसल, फॉरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म Hindenburg ने अपनी एक रिपोर्ट जारी की है. जिसमें कहा गया है कि अडानी की कंपनियों में शॉर्ट पोजीशन पर है।
- रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के सभी कंपनियों के लोन (Adani Group Debt) पर भी सवाल खड़े किए हैं. रिपोर्ट में दावा किया है कि अडानी ग्रुप की 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियां 85 फीसदी से अधिक ओवरवैल्यूज हैं।
Hindenburg Research Adani Hindi PDF Download करने के लिए नीचे दिये गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करें।