हरतालिका तीज कथा | Hartalika Teej Katha Hindi - Description
नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको हरतालिका तीज कथा PDF / Hartalika Teej Katha PDF in Hindi के लिए डाउनलोड लिंक दे रहे हैं। हिन्दू धर्म में हरतालिका तीज का बहुत बड़ा महत्त्व है इस दिन कुवारी कन्याएं अच्छा वर पाने के लिए तथा सुहागिन महिलाएं पुत्र प्राप्ति और अपने पति की लम्बी उम्र के लिए इस व्रत को रखती हैं। महाराष्ट्र राज्य में इस व्रत का बहुत बड़ा महत्त्व है सबसे ज्यादा महिलाएं इस राज्य में ही इस व्रत को करती हैं। हरतालिका तीज का व्रत पुरे दिन निर्जला रहकर किया जाता है। इस पोस्ट में दिए गए लिंक पर क्लिक कर के आप हरतालिका तीज 2022 PDF / Hartalika Teej Katha in Hindi PDF डाउनलोड कर सकते हैं।
हरतालिका (हरितालिका) तीज व्रत आज, 30 अगस्त को है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। जानें इस व्रत से जुड़ी पूरी जानकारी और पूजा विधि, शुभ मुहूर्त, मंत्र आदि।
हरतालिका तीज कथा PDF | Hartalika Teej Katha PDF in Hindi
पौराणिक मान्यता के अनुसार माता पार्वती अपने कई जन्मों से भगवान शिव को पति के रूप में पाना चाहती थी। इसके लिए उन्होंने हिमालय पर्वत के गंगा तट पर बाल अवस्था में अधोमुखी होकर तपस्या की थी। माता पार्वती ने इस तप में अन्न और जल का भी सेवन नही किया था। वह सिर्फ सूखे पत्ते चबाकर ही तप किया करती थी।माता पार्वती को इस अवस्था में देखकर उनके माता पिता बहुत दुखी रहते थे।
एक दिन देवऋषि नारद भगवान विष्णु की तरफ से पार्वती जी के विवाह के लिए प्रस्ताव लेकर उनके पिता के पास गए। पार्वती जी के पिता ने तुरंत ही इस प्रस्ताव के लिए हां कर दी। जब माता पार्वती को उनके पिता ने उनके विवाह के बारे में बताया तो वह काफी दुखी हो गई।
उनकी एक सखी से माता पार्वती का यह दुख देखा नहीं गया और उन्होंने उनकी माता से इस विषय में पूछा। जिस पर उनकी माता ने उस सखी को बताया कि पार्वती जी शिव जी को पति रूप में पाने के लिए तप कर रही हैं। लेकिन उनके पिता चाहते की पार्वती का विवाह विष्णु जी से हो जाए।
इस पर उनकी उस सहेली ने माता पार्वती को वन में जाने कि सलाह दी।जिसके बाद माता पार्वती ने ऐसा ही किया और वो एक गुफा में जाकर भगवान शिव की तपस्या में लीन हो गई थी। भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया के दिन माता पार्वती ने रेत से शिवलिंग का बनाया और शिव जी की स्तुति करने लगी।
इतनी कठोर तपस्या के बाद भगवान शिव ने माता पार्वती को दर्शन दिए और उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार कर लिया।
हरतालिका तीज 2022 PDF | Hartalika Teej Katha in Hindi PDF – शुभ मुहूर्त
हरतालिका तीज व्रत मंगलवार, अगस्त 30, 2022 को
तृतीया तिथि प्रारम्भ – अगस्त 29, 2022 को 03:20 बजे शाम
तृतीया तिथि समाप्त – अगस्त 30, 2022 को 03:33 बजे शाम
प्रातःकाल हरितालिका पूजा मुहूर्त – 05:58 सुबह से 08:31 सुबह
शाम को पूजा का मुहूर्त: शाम 06 बजकर 33 मिनट से रात 08 बजकर 51 मिनट तक प्रदोष काल रहेगा.
तीज व्रत पारण – 31 अगस्त
Hartalika Teej Katha in Hindi PDF – पूजा मंत्र
॥पति की लंबी के लिए॥
नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभा।
प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे।
॥मनचाहे वर के लिए॥
हे गौरी शंकर अर्धांगिनी यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा माम कुरु कल्याणी कांतकांता सुदुर्लाभाम्।।
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