प्राथमिक चिकित्सा | First Aid Guide Book Hindi PDF Summary
दोस्तों यहाँ हमने आपके लिए First Aid Guide Book Hindi PDF / प्राथमिक उपचार PDF अपलोड किया है। इस लेख में आप प्राथमिक चिकित्सा की पूरी जानकारी हिन्दी में (First Aid in Hindi) प्राप्त कर सकते हैं। इसमें हमने फर्स्ट ऐड के नियम, उद्देश्य, सिद्धांत, फर्स्ट ऐड किट, ज़रूरी दवाईयों की मूल जानकारी दी है। अगर आप प्राथमिक चिकित्सा के लिए किताब (First Aid Book) ढूंढ रहे हैं तो यह आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इस अनुच्छेद में हमने कई प्रकार के परिस्तिथि में प्राथमिक चिकित्सा के उपचार (First Aid Treatment) बताये हैं जैसे – कट जाने या चोट लगने पर, हड्डी में फ्रैक्चर होने पर, करंट लगने पर, आग से जल जाने पर, और कुत्ते के काटने पर दुर्घटना क्षेत्र पर क्या करें? यह BFNA Course का भी एक मुख्य भाग है। इस पोस्ट में आप बड़ी आसानी से First Aid Guide Book Hindi PDF / प्राथमिक उपचार PDF डाउनलोड कर सकते हैं।
किसी भी घायल या बीमार व्यक्ति को अस्पताल तक पहुँचाने से पहले उसकी जान बचाने के लिए हम जो कुछ भी कर सकते हैं उसे प्राथमिक चिकित्सा कहते हैं। उस आपातकाल में पड़े हुए व्यक्ति की जान बचाने के लिए हम आस-पास के किसी भी प्रकार के वास्तु का उपयोग कर सकते हैं जिससे जल्द से जल्द उसको आराम मिल सके अस्पताल ले जाते समय।
इमरजेंसी के समय क्या करना चाहिए उससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह जानना है कि क्या नहीं करना चाहिए? क्योंकि,गलत चिकित्सा से उस व्यक्ति विशेष की जान जाने का खतरा बढ़ सकता है।
प्राथमिक चिकित्सा निम्नलिखित इमरजेंसी अवस्ता में दी जा सकती है – दम घुटना(पानी में डूबने के कारण, फांसी लगने के कारण या साँस नल्ली में किसी बाहरी चीज का अटक जाना), ह्रदय गति रूकना-हार्ट अटैक, खून बहना, शारीर में जहर का असर होना, जल जाना, हीट स्ट्रोक(अत्यधिक गर्मी के कारण शारीर में पानी की कमी), बेहोश या कोमा, मोच, हड्डी टूटना और किसी जानवर के काटने पर।
प्राथमिक चिकित्सा के उदेश्य Aim of First Aid in Hindi
- घायल व्यक्ति का जान बचाना
- बिगड़ी हालत से बाहरा निकालना
- तबियत के सुधार में बढ़ावा देना
प्राथमिक चिकित्सा के स्वर्ण नियम Golden Rules of First Aid in Hindi
प्राथमिक चिकित्सा के कुछ सुनहरे नियम इस प्रकार हैं –
- जल्द से जल्द दुर्घटना स्थल पर पहुँचें।
- अनावश्यक प्रश्न पूछकर समय बर्बाद न करें।
- चोट का कारण जल्दी से पता करें।
- चोट लगने वाली वस्तु को रोगी से अलग करें। जैसे गिरने वाली मशीनरी, आग, बिजली का तार, जहरीले कीड़े, या कोई अन्य वस्तु।
- पता लगाएँ कि क्या मरीज मर चुका है, जीवित या बेहोश है।
- गोद लिए जाने वाले प्राथमिक उपचार उपायों की प्राथमिकता निर्धारित करें। उस क्रम में कार्डियक फंक्शन को ठीक करना, सांस लेने में मदद करना, चोट लगने की जगह से खून बहना बंद करें।
- जल्दी से जल्दी चिकित्सा सहायता की व्यवस्था करें।
- रोगी का रिकॉर्ड और घटना का विवरण रखें।
- जहां तक संभव हो मरीज को गर्म और आरामदायक रखें।
- विशिष्ट उपकरणों की प्रतीक्षा करने के बजाय सुधार करें।
- यदि रोगी होश में है, तो उसे आश्वस्त करें।
प्राथमिक चिकित्सा के सिद्धांत Principle of First Aid in Hindi
- सांस की जाँच करें और ABC के नियम का पालन करें
- अगर चोट लगी है और रक्त बह रहा हो तो जल्द से जल्द रक्तस्राव को रोकें
- अगर घायल व्यक्ति को सदमा लगा हो तो उसे समझाएं और सांत्वना दें
- अगर व्यक्ति बेहोश हो तो होश में लाने की कोशिश करें
- अगर कोई हड्डी टूट गयी हो, तो सीधा करें और दर्द को कम करें
- जितना जल्दी हो सके घायल व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल या चिकित्सालय पहुंचाएं
प्राथमिक चिकित्सा में ABC क्या है? ‘ABC’ of First Aid in Hindi
1. A (Airway) श्वासनली की जाँच
श्वासनली में रुकाव खासकर बेहोश लोगों में जीभ के कारण हो सकता है। बेहोशी के बाद मुहँ के मांसपेशियों में ढीला पड़ने के कारण जीभ गले के पिछले भाग में गिर जाता है जिससे श्वासनली ब्लाक हो जाता है।
श्वासनली की जाँच करने के लिए सबसे पहले अपनी उँगलियों की मदद से जीभ को उसकी जगह पर खिंच लायें। आप उसके पश्चात यह सुनिश्चित कर लें की श्वासनली में किसी भी प्रकार का रुकाव ना हो।
2. B (Breathing) सांस की जाँच
सबसे पहले अपने कान को घायल व्यक्ति के मुह के पास ले जा कर सुनें, देखें और महसूस करें। छाती को ध्यान से देखें , ऊपर निचे हो रहा है या नहीं। अगर वह सांस नहीं ले रहा हो तो उसी समय Mouth to Mouth Respirationचालू करें। जिसमें घायल व्यक्ति को पीठ के बल सीधे लेटा कर उसके मुहँ को खोल कर अपने मुहँ से हवा भरा जाता है।
3. C (Circulation) रक्तसंचार की जाँच
अब बारी है रक्तसंचार की जाँच करने की। सबसे पहले घायल व्यक्ति के नाड़ी की जाँच करें। जाँच करने के लिए कैरोटिड आर्टरी को ढूँढें । यह artery गर्दन के कोने में कान के नीचें होती है आप अपनी उँगलियों को वहां रख कर जाँच कर सकते हैं। पल्स की जाँच करने के लिए 5-10 सेकंड लगते है।
अगर उस व्यक्ति के दिल की धड़कन चल रही हो तो Mouth to Mouth Respiration चालू रखें और अगर दिल की धड़कन ना चल रही हो तो बिना देरी किये Cardiopulmonary Resuscitation(CPR) चालू करें Mouth to Mouth Respiration के साथ।
इसमें एक बार मुहँ से हवा देने बाद मरीज़ के दिल के ऊपर एक हाँथ के ऊपर दूसरा हाँथ रख कर ज़ोर-ज़ोर से चार बार दबाएँ। जब तक घायल व्यक्ति अपने आप सांस नहीं लेता। यह काम दो व्यक्ति होने पर और भी सही प्रकार से होता है क्योंकि इससे एक व्यक्ति Mouth to Mouth Respiration करता है तो दूसरा Cardiopulmonary Resuscitation(CPR) करता है।
प्राथमिक चिकित्सा के समय इन्फेक्शन से कैसे बचें? How to protect yourself from infection during giving First Aid in Hindi?
फर्स्ट ऐड के दौरान आपको इस बात का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए कि आपको घायल व्यक्ति से किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन ना हो और आपसे भी किसी प्रकार का इन्फेक्शन उस घायल व्यक्ति को ना हो।
इसीलिए अच्छे से हांथों को धोएं और ग्लव्स(दस्ताने) का उपयोग करें जिससे की क्रॉस इन्फेक्शन ना हो। खुले हांथों से रक्त जनित संक्रमण जैसे हेपेटाइटिस बी या सि और HIV या AIDS होने का चांस होता है। यह वायरल बीमारियाँ किसी भी एक व्यक्ति के खून से दुसरे खून से मिलने से होता है।
प्राथमिक चिकित्सा की पेटी What is First Aid Kit in Hindi?
आईये आपको बताते हैं प्राथमिक चिकित्सा की पेटी (First Aid Kit) में किन चीजों का होना बहुत ही आवश्यक है।
नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर के आप First Aid Guide Book Hindi PDF / प्राथमिक उपचार PDF डाउनलोड कर सकते हैं
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