आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत कक्षा 12 PDF Summary
नमस्कार मित्रों, आज इस लेख के माध्यम से हम आपकी सुविधा हेतु Azadi Ke Bad Ka Swarnim Bharat Class 12 PDF / आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत कक्षा 12 PDF हिन्दी भाषा में प्रदान करने जा रहे हैं। आज़ादी बाद के स्वर्णिम भारत के विषय में कक्षा 12 के साथ-साथ और भी कक्षाओं में अत्यंत ही अच्छे तरीके से बताया एवं समझाया जाता है।
आजादी के बाद का हमारा भारत स्वर्णिम भारत इसीलिए कहा जाता है क्योंकि हमारे देश ने 1949 की आज़ादी के बाद से बहुत अधिक तरक्की कर ली है इसके अतिरिक्त इस विषय से संबन्धित बहुत से महत्वपूर्ण प्रश्न कई परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इसीलिए यदि आप एक विद्यार्थी हैं और इस विषय पर विस्तृत जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं इस लेख को ध्यानपूर्वक अवश्य पढ़ें।
आजादी के बाद का स्वर्णिम भारत कक्षा 12 PDF / Azadi Ke Baad Ka Swarnim Bharat Class 12th PDF
आजादी के बाद भारत की उपलब्धियां :
आजादी के बाद हमारे देश ने बहुत से ऐसे विकास किए है जो अंग्रेजों की गुलामी में करना नामुमकिन सा था। इसके बड़े उदाहरण देखें तो – आजादी के बाद भारत ने अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा समेत विज्ञान, प्रौद्योगिकी और उद्योग में आत्मनिर्भरता के पथ पर आगे बढ़ा।
1950 के दशक के अंत तक भारत ने परमाणु ऊर्जा पर काम शुरू कर दिया था। इसी का नतीजा रहा कि 70 के दशक तक स्वदेशी परमाणु ऊर्जा संयंत्र बने। आज के समय में जहाँ भारत खड़ा है वो दुनिया के कई देशों को काफी पीछे छोड़ता है चाहे वह खेल, चिकित्सा, प्रोद्योगिकी या कोई भी क्षेत्र हो सभी क्षेत्रों में आज भारत काफी आगे खड़ा है।
अगर इसे और आगे ले जाना है तो हम सबको मिलकर साथ चलना होगा तभी हमारा देश दुनिया के नामी देशों से कंधे से कंधा मिला पाएगा।
एकीकरण :
- जैसा की 15 अगस्त 1947 को हमारे देश को आजादी प्राप्त हुई थी। लेकिन इस दिन की सुबह का भारत और 15 अगस्त 2022 की सुबह के भारत का भौतिक स्वरूप अलग है।
- तब हमें आजादी मिली थी, लेकिन देश के कई ऐसे क्षेत्र थे जो 15 अगस्त 1947 को भारत का हिस्सा नहीं थे।
एकीकरण की प्रक्रिया कैसे हुई?
- कई क्षेत्र अब भारतीय संघ का अटूट हिस्सा हैं। भारत के इस एकीकरण के पीछे लौह पुरुष सरदार पटेल की कूटनीति और पंडित नेहरू का विजन है।
- आजादी प्राप्ति के दौरान भारत में करीब 562 देशी रियासतें थीं।
- सरदार पटेल तब अंतरिम सरकार में उपप्रधानमंत्री के साथ देश के गृहमंत्री थे।
- जूनागढ, हैदराबाद और कश्मीर को छोडक़र 562 रियासतों ने स्वेच्छा से भारतीय परिसंघ में शामिल होने की स्वीकृति दी थी।
आजादी के बाद भारत का एकीकरण :
- इससे पहले जूनागढ़ पाकिस्तान में मिलने की घोषणा कर चुका था तो कश्मीर स्वतंत्र बने रहने की।
- जूनागढ़, कश्मीर तथा हैदराबाद तीनों राज्यों को सेना की मदद से विलय करवाया गया लेकिन भोपाल में इसकी आवश्यकता नहीं पड़ी।
हैदराबाद :
- 18 सितंबर 1948 को मेजर जनरल चौधरी की अगुवाई में भारतीय सेना इस शहर में दाखिल हुई।
- कुल मिलाकर ये ऑपरेशन 108 घंटे चला और हैदराबाद भारत का अभिन्न अंग बन गया।
कश्मीर :
- 24 अक्टूबर 1947 को हुए पाकिस्तानी हमले से यहाँ के महाराजा हरि सिंह परेशान हुए, और उनकी सेना कबायलियों का सामना करने में सक्षम नहीं थी।
- महाराजा हरि सिंह ने भारत सरकार से सैन्य मदद मांगी।
- भारत सरकार सैन्य मदद को तैयार थी लेकिन भारत ने कहा कि हरि सिंह को जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय करना होगा।
- महाराजा हरि सिंह ने विलय के समझौते पर हस्ताक्षर किए और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बन गया। जो आज भी है।
जूनागढ़ :
- इससे पहले हमारे देश की सेनाओं ने मंगरोल और बाबरियावाड पर से नवाब का कब्जा छीन लिया।
- भारत की सख्ती और जनता का मिजाज देखते हुए यहां का नवाब कराची भाग गया।
- 20 फरवरी, 1948 में जूनागढ़ में जनमत संग्रह कराया गया, इसमें 91 फीसदी लोगों ने भारत के पक्ष में विलय का मत दिया।
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