आजादी का अमृत महोत्सव निबंध PDF Summary
नमस्कार मित्रों, आज इस लेख के माध्यम से हम आप सभी के लिए आजादी का अमृत महोत्सव निबंध PDF प्रदान करने जा रहे हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। सन् 1947 में 15 अगस्त के दिन भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। इसीलिए स्वतंत्रता दिवस भारत का राष्ट्रीय त्यौहार माना जाता है। इस वर्ष 15 अगस्त 2022 को देश की आजादी के 76 साल पूरे होने जा रहे हैं।
भारत के आज़ाद होने की खुशी में प्रतिवर्ष स्वतंत्रता दिवस के दिन भारत सरकार द्वारा अनेकों प्रकार के भिन्न-भिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें से एक “आजादी का अमृत महोत्सव” कहा जाता है। इसे प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा 12 मार्च, 2021 को शुरु किया गया था क्योंकि इसी दिन सन् 1930 में दांडी मार्च की शुरुआत हुई थी। यह दांडी मार्च 6 अप्रैल, 1930 तक चला था।
यह महोत्सव उन महान लोगों की याद में मनाया जाता है जिन्होंने 75 साल पहले देश को आज़ाद कराने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया था। इसीलिए हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी यह महोत्सव बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाएगा। तो मित्रों, अगर आप अपने स्कूल, कॉलेज या अन्य किसी प्रतियोगिता कार्यक्रम के लिए आजादी का अमृत महोत्सव निबंध की तैयारी कर रहे हैं तो इस लेख के माध्यम से आप इसे आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
आजादी का अमृत महोत्सव निबंध PDF –प्रस्तावना
“आओ सब मिलकर झूमें गाएं,
आजादी का अमृत महोत्सव मनाएं”
हमारे देश भारत को बड़े ही संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी. देश को यह आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली थी. असंख्य देशप्रेमियों के बलिदान के बाद हमें आजादी नसीब हुई थी। अतः यह आजादी सभी देशवासियों के लिए बहुमूल्य है. इसी बहुमूल्य आजादी के वर्षों के जश्न का नाम है “आजादी का अमृत महोत्सव” देशभर में यह जश्न एक उत्सव की भांति मनाया जा रहा है
आजादी के अमृत महोत्सव की शुरुआत
आजादी का अमृत महोत्सव 15 अगस्त 2022 से 75 सप्ताह पहले शुरू हुआ था और 15 अगस्त 2023 तक चलेगा। किसी भी देश का भविष्य तभी उज्ज्वल होता है जब वह अपने पिछले अनुभवों और विरासत के गौरव के साथ पल-पल जुड़ा रहता है। हम सभी जानते हैं कि भारत के पास एक समृद्ध ऐतिहासिक चेतना और सांस्कृतिक विरासत का एक अथाह भंडार है जिस पर हमें गर्व होना चाहिए।
इस ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, राष्ट्रीय चेतना को भारत के घर-घर पहुँचाने के लिए, प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अहमदाबाद, गुजरात में साबरमती आश्रम से एक पदयात्रा (स्वतंत्रता मार्च) को हरी झंडी दिखाकर स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के लिए समर्पित ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
आजादी के अमृत महोत्सव का मतलब होता है स्वतंत्रता सेनानियों से प्राप्त प्रेरणा का अमृत। स्वतंत्रता का अमृत यानि नए विचारों का अमृत, नए संकल्पों का अमृत, स्वतंत्रता का अमृत है, एक ऐसा पर्व जिसमें भारत आत्मनिर्भर होने का संकल्प लेता है।
अमृत महोत्सव के बारे में सामान्य जानकारी
उत्सव का नाम | आजादी का अमृत महोत्सव |
शुरू करने वाले | नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री |
शुरुआत तिथि | 12 मार्च 2021 |
कब तक | 15 अगस्त 2023 |
आजादी का अमृत महोत्सव क्यों शुरू किया | आजादी के 75 वर्ष पूरे होने तक |
आजादी के अमृत महोत्सव का उद्देश्य
भारत के प्रधानमंत्री ने स्वतंत्र और प्रगतिशील भारत, इसकी विविध आबादी और इसके समृद्ध इतिहास के 75 गौरवशाली वर्षों का जश्न मनाने के लिए “भारत की आजादी के अमृत महोत्सव” की पहल शुरू की थी।
इस अमृत महोत्सव के 5 मुख्य स्तंभ हैं:
- स्वतंत्रता संग्राम
- 75 वर्षों में उपलब्धियाँ
- योजनाएं
- संकल्प
- कार्य
- भारत के प्रधान मंत्री (नरेंद्र मोदी जी) द्वारा 12 मार्च 2021 को “भारत की आजादी का अमृत महोत्सव” पहल की घोषणा की गई थी।
- यह पहल भारत के स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ तक जारी रहेगी। इस पहल (आज़ादी का अमृत महोत्सव) को शुरू करने के पीछे का विचार युवा पीढ़ी को स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के प्रति जागरूक करना और उन्हें श्रद्धांजलि देना है।
- यह पहल उन्हें उन महापुरूषों के सपनों को जानने में करेगी जिन्होंने न केवल आजादी के लिए लड़ाई लड़ी बल्कि इसके लिए अपने बहुमूल्य जीवन का बलिदान भी दिया।
- यह महोत्सव भारत के उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है जिन्होंने भारत को अंग्रेजों से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस अभियान के पीछे एक और मकसद भारत को आत्मनिर्भर बनाना है।
- आजादी के अमृत महोत्सव में भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भारत सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस संबंध में, भारत सरकार ने 259 सदस्यों की एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया है, और समिति के प्रमुख प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी हैं।
- ऐसे अनगिनत गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी हैं जिन्होंने स्वतंत्र भारत की उपस्थिति के लिए अपने आराम और जीवन का बलिदान दिया है। भारत सरकार ऐसे नायकों को उजागर करना चाहती है और उन्हें श्रद्धांजलि देना चाहती है।
- इस अभियान का उद्देश्य देश के विकास और प्रगति में युवाओं की जागरूकता और रुचि बढ़ाना है।
- आजादी का अमृत महोत्सव देश में स्थानीय व्यापार और विनिर्माण को भी बढ़ावा देना चाहता है। ताकि भारत जल्द से जल्द आत्मनिर्भर बने।
- इस अभियान में हमारे देश की विभिन्न संस्कृतियों को जानने का मौका मिलेगा। विविधता में एकता भी आजादी के अमृत महोत्सव अभियान के उद्देश्यों में से एक है।
आजादी के अमृत महोत्सव पर 10 पंक्तियाँ
- आजादी का अमृत महोत्सव भारत के स्वतंत्रता सेनानियों की उपलब्धियों, विजयों और बलिदानों को मनाने और जानने के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है।
- आजादी का अमृत महोत्सव का अर्थ है “स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे करना।”
- भारत के प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने इस अभियान की शुरुआत 12 मार्च 2021 को की थी।
- यह महोत्सव 15 अगस्त 2023 तक जारी रहेगा।
- यह आत्मनिर्भरता की आवश्यकता पर भी जोर देता है।
- इस पहल का उद्देश्य भारत के गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों और उपलब्धियों के बारे में आम लोगों को जागरूक करना है।
- आजादी का अमृत महोत्सव भारत के प्रत्येक नागरिक को अपनी छिपी प्रतिभा और क्षमताओं को खोजने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- यह महोत्सव भारत के स्वतंत्रता संग्राम के उन सभी गुमनाम नायकों को समर्पित है, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने जीवन की परवाह नहीं की और अपने बहुमूल्य जीवन का बलिदान दिया।
- इसका यह भी उद्देश्य है कि लोग भारत की बेहतरी में अपना योगदान दें।
- आजादी के अमृत महोत्सव के मुख्य विषय स्वतंत्रता 2.0, विश्व गुरु भारत, आत्मानिर्भर भारत, विचार उपलब्धियां व संकल्प, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत हैं। विचार उपलब्धियां और संकल्प, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और गुमनाम नायकों के बारे में जानना हैं।
निष्कर्ष
यह हम सभी का सौभाग्य है कि हम स्वतंत्र भारत के इस ऐतिहासिक काल को देख रहे हैं जिसमें भारत प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। आज के स्वतंत्र भारत का नाम दुनिया में अग्रिम पंक्ति में लिखा जाता है। इस पुण्य अवसर पर, हम बापू के चरणों में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और देश का नेतृत्व करने वाले सभी महान व्यक्तियों के चरणों में नमन करते हैं, जिन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपना बलिदान दिया।
आजादी का अमृत महोत्सव पर जरूरी नारे
- “जिन वीरों पर हमें गर्व है आजादी होनी है का पर्व है”
- “कहती भारत की आबादी है जान से भी प्यारी आजादी है”
- “स्वतंत्रता अधूरी जिनके बिन है यह उन्हीं शहीदों का दिन है”
- “गांधी सुभाष और भगत सिंह यही है आजादी के चिन्ह”
- आजादी का अमृत महोत्सव कहां से शुरू हुआ था?
- आजादी का अमृत महोत्सव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख द्वारा गुजरात से शुरू हुआ था।
- प्रधानमंत्री द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव कहा किये
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी का मृत्यु महोत्सव की शुरुआत मार्च महीने में गुजरात के साबरमती आश्रम में की थी और उन्होंने स्वतंत्रता के बारे में विस्तार से लोगों को बताया था।
आजादी का अमृत महोत्सव कब से कब तक मनाया जाएगा?
आजादी का अमृत महोत्सव 75 सप्ताह तक मनाया जाता है और इन सप्ताह में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कराए जाते हैं और उनके माध्यम से लोगों के मन में देश प्रति निस्वार्थ प्रेम को जागरूक किया जाता है, आजादी का अमृत महोत्सव 12 मार्च 2021 से शुरू हुआ था जो 75 सप्ताह तक चलेगा।
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