अनंत चतुर्दशी पूजा विधि | Anant Chaturdashi Puja Vidhi Hindi PDF Summary
नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको अनंत चतुर्दशी पूजा विधि PDF / Anant Chaturdashi Puja Vidhi PDF in Hindi के लिए डाउनलोड लिंक दे रहे हैं। हिंदू धर्म में सभी व्रत तथा त्योहारों का एक विशेष महत्व माना गया है। उन्हीं में से एक है अनंत चतुर्दशी व्रत भी है। इस साल अनंत चतुर्दशी 9th सितंबर 2022 शुक्रवार को मनाई जा रही है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को रखने व अनंत सूत्र को बांधने से आर्थिक, शारीरिक व मानसिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है। इस पोस्ट में आप अनंत चतुर्दशी की पूजा विधि, व्रत विधि, पूजा सामग्री, कथा, मंत्र, आरती आदि से जुड़ी तमाम जानकारी पा सकते हैं। इस पोस्ट में दिए गए लिंक पर क्लिक कर के आप Anant Chaturdashi Puja Vidhi in Hindi PDF डाउनलोड कर सकते हैं।
इस व्रत में स्नानादि करने के बाद अक्षत, दूर्वा, शुद्ध रेशम या कपास के सूत से बने और हल्दी से रंगे हुए चौदह गांठ के अनंत को सामने रखकर हवन किया जाता है। आज भगवान अनंत की पूजा करने का शुभ समय सुबह 06:03 बजे से लेकर शाम 06:07 बजे तक है।
अनंत चतुर्दशी पूजा विधि PDF | Anant Chaturdashi Puja Vidhi PDF in Hindi
- प्रात:काल स्नानादि नित्यकर्मों से निवृत्त होकर कलश की स्थापना करें।
- कलश पर अष्टदल कमल के समान बने बर्तन में कुश से निर्मित अनंत की स्थापना की जाती है।
- इसके आगे कुंमकुम, केसर या हल्दी से रंग कर बनाया हुआ कच्चे डोरे का चौदह गांठों वाला ‘अनंत’ भी रखा जाता है।
- कुश के अनंत की वंदना करके, उसमें भगवान विष्णु का आह्वान तथा ध्यान करके गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य आदि से पूजन करें।
- तत्पश्चात अनंत देव का ध्यान करके शुद्ध अनंत को अपनी दाहिनी भुजा पर बांध लें।
- यह डोरा भगवान विष्णु को प्रसन्न करने वाला तथा अनंत फल देने वाला माना गया है। यह व्रत धन-पुत्रादि की कामना से किया जाता है।
- इस दिन नए डोरे के अनंत को धारण करके पुराने का त्याग कर देना चाहिए।
- इस व्रत का पारण ब्राह्मण को दान करके करना चाहिए।
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